कंप्यूटर का इतिहास बहुत ही रोचक और विस्तृत है। इसे समझने के लिए हम इसे कुछ मुख्य चरणों में बाँट सकते हैं:
1. **प्रारंभिक युग**:
- **अबैकस**: सबसे पहले गणना के लिए अबैकस का उपयोग किया गया था, जो लगभग 3000 ई.पू. में चीन में विकसित हुआ था.
- **चार्ल्स बैबेज**: 1820 के दशक में, चार्ल्स बैबेज ने पहला यांत्रिक कंप्यूटर डिज़ाइन किया, जिसे "डिफरेंस इंजन" कहा जाता है। उन्हें "आधुनिक कंप्यूटर का जनक" भी कहा जाता है.
2. **पहली पीढ़ी (1940-1956)**:
- **ENIAC**: पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर, ENIAC, 1945 में विकसित किया गया था। यह वैक्यूम ट्यूब्स का उपयोग करता था और बहुत बड़ा और ऊर्जा-खपत वाला था.
3. **दूसरी पीढ़ी (1956-1963)**:
- **ट्रांजिस्टर**: इस युग में ट्रांजिस्टर का उपयोग शुरू हुआ, जिससे कंप्यूटर छोटे और अधिक विश्वसनीय हो गए.
4. **तीसरी पीढ़ी (1964-1971)**:
- **इंटीग्रेटेड सर्किट्स**: इस युग में इंटीग्रेटेड सर्किट्स (ICs) का उपयोग शुरू हुआ, जिससे कंप्यूटर की गति और क्षमता में वृद्धि हुई.
5. **चौथी पीढ़ी (1971-वर्तमान)**:
- **माइक्रोप्रोसेसर**: 1971 में माइक्रोप्रोसेसर का आविष्कार हुआ, जिससे पर्सनल कंप्यूटर (PC) का विकास संभव हुआ.
6. **पाँचवीं पीढ़ी और भविष्य**:
- **आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस**: वर्तमान में, कंप्यूटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहे हैं.
भारत में कंप्यूटर का इतिहास भी महत्वपूर्ण है। 1955 में, भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) में पहला कंप्यूटर HEC-2M स्थापित किया गया था¹. इसके बाद, 1969 में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर चालू किया गया.
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